ढोल बाजे के साथ तुलसी विवाह का शगुन लेकर रवाना हुए श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर संस्था के श्रद्धालु…
22 नवंबर होने वाले तुलसी विवाह के उपलक्ष्य पर भगवान शालिग्राम- माता तुलसी जी को लगाया शगुन…
वधु पक्ष से श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर की संस्था व वर पक्ष से श्री राधा गोविंद धाम की संस्था के सदस्यों द्वारा शगुन की अदा की गई रस्म…
कन्या के रूप में माता तुलसी का कन्यादान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है : विधायक रमन अरोड़ा
कहा : तुलसी विवाह संपन्न करवाने से कन्यादान के समान फल की प्राप्ति होती है और मोक्ष के द्वार खुल जाते है।
शगुन के उपलक्ष्य पर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
जालंधर: सुनील कुमार
मंगलवार को शेखा बाजार से (वधु पक्ष) से श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर की संस्था व (वर पक्ष) से श्री राधा गोविंद धाम की संस्था के सदस्यों द्वारा अर्बन स्टेट फेस 2 में शगुन की रस्म अदा पूरी धार्मिक रीति रिवाज से की गई।
जिसमें मंगलवार को (वधु पक्ष) से श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर की संस्था के सदस्यों द्वारा ढोल बाजे के साथ तुलसी विवाह के उपलक्ष पर भगवान शालिग्राम- माता तुलसी जी को शगुन लगाया गया।
इस दौरान गली-गली में कृष्ण भगवान के जयकारे जोर-जोर से लग रहे थे। जहा-जहा से शगुन जा रहा था, लोग अपने घरों की छत से फूल बरसा रहा।
इस दौरान श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
इस दौरान श्री कष्ट निवारण बालाजी मंदिर संस्था के अध्यक्ष एवं संपादक विधायक रमन अरोड़ा ने आए हुए श्रद्धालुओं से कहा कि तुलसी विवाह संपन्न करवाने से कन्यादान के समान फल की प्राप्ति होती है और मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। कहा कि तुलसी जी और शालिग्राम की कृपा से विवाह में आने वाली बाधाएं भी दूर होती हैं।
उन्होंने कहा कि देशभर में कार्तिक महीने में तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। हिन्दू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है। तुलसी विवाह के दिन भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम भगवान से माता तुलसी का विवाह रचाया जाता है। इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व है।
विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि तुलसी विवाह का आयोजन करने से और कन्या के रूप में माता तुलसी का कन्यादान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
इसके उपरात वर पक्ष द्वारा प्रीती भोज का आयोजन किया गया, जिसमें शगुन लेकर आने वाली संस्था ने भोजन किया।
इस मौके पर अशोक शर्मा, आशु शर्मा, राकेश जसुजा, राघव कपूर, अणुकरण आनंद, रमेश अरोडा, राकेश शर्मा, योगेश कत्याल, अमित चड्ढा, शैली खन्ना, समीर खन्ना, संदीप जग्गा, हितेश चड्ढा, राजीव मुंजाल, महेश मखिजा, हैप्पी अलंग, संदीप जग्गा, राज कुमार अरोड़ा, मोहित नारंग, गोतम जग्गा, मोहित राजपूत, नरेश कुंद्रा, गीता अरोड़ा, सुनीता गुंबर इत्यादि भगतजन उपस्थित थे।