ईश्वर को धर्मोंं में नहीं बांटा जा सकता-नवजीत भारद्वाज*
मां बगलामुखी जी के निमित्त सम्पूर्ण फलदाई दिव्य मासिक हवन यज्ञ 31 मार्च रविवार को*
जालंधर :-(sunil kumar )मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा पंचोपचार पूजा, षोढषोपचार पूजन,नवग्रह पूजन उपरांत मुख्य यजमान संदीप कुमार शर्मा से सपरिवार हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई।
हवन-यज्ञ के पूर्ण आहुति उपरांत मां बगलामुखी धाम के मुख्य सेवादार नवजीत भारद्वाज ने आए हुए मां भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि जिस प्रकार पानी को कोई जल, कोई पानी, कोई वाटर कहता है, इसी तरह ईश्वर को कोई हरि, कोई अल्लाह, तो कोई गॉड कहता है। जैसे मिठाई अलग-अलग आकार की होती है, उसी तरह ईश्वर भी देश-काल के अनुसार अलग रूपों में होते हैं।
एक बड़े से तालाब में बहुत से घाट होते हैं, पर हर घाट पर एक ही पानी मिलता है। इसलिए मेरा घाट अच्छा है, तुम्हारा नहीं, यह कहकर परस्पर झगडऩा अच्छी बात नहीं। सभी धर्म मानों एक ही घाट हैं। लगन के साथ इनमें किसी भी एक घाट के सहारे आगे बढ़ कर तुम उस सरोवर में उतर सकते हो। यह कभी मत कहो कि मेरा धर्म श्रेष्ठ है। अज्ञान के कारण ही मनुष्य अपने धर्म को श्रेष्ठ बताकर दूसरे को कमतर बताता है। जब यथार्थ का ज्ञान हो जाता है, तो यह कलह भी शांत हो जाती है। बड़े तालाबों में स्वच्छ जल में दल (काई) नहीं होता, वह छोटी सड़ी तलैया में ही पैदा होता है। इसी
प्रकार जिस संप्रदाय के लोग शुद्ध, उदार, नि:स्वार्थ भाव से काम करते हैं, उनमें भी दल का निर्माण नहीं होता। जिस तरह आकाश को बांटा नहीं जा सकता, इसी प्रकार ईश्वर को भी धर्मोंं में नहीं बांटा जा सकता।इस अवसर पर रोहित भाटिया, अमरेंद्र कुमार शर्मा, राकेश प्रभाकर, समीर कपूर, बावा जोशी, अशोक शर्मा, नवदीप, उदय, अजीत कुमार, संजीव, सलिल, दिशांत शर्मा , राकेश, राकेश महाजन, डॉ मुकेश गुप्ता, पूनम प्रभाकर, बावा खन्ना ,सरोज बाला , रजनी, रिंकू सैनी, इशु वर्मा, जगदीश, प्रताप, संजय, सोनू छाबड़ा, निखिल छाबड़ा, अवतार सैनी, गौरी केतन शर्मा,अभिलक्षय चुघ , सौरभ , गुरप्रीत सिंह, मुनीश, रवि , हेमंत प्रिंस, अभिषेक भनोट, अमित कोहली,सुनील जग्गी, सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।