पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई , अमृतपल के समर्थकों द्वारा नेशनल हाईवे जाम करने वालों पर पुलिस ने कसा शिकंजा
गुरदासपुर (ब्योरो) पंजाब में पूरी तरह से हालात कंट्रोल में है । क्योंकि पंजाब पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स पूरी एक्टिव है।पंजाब में वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल के समर्थन में हाईवे जाम करने की कॉल करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस लगातार उन लोगों पर कार्रवाई कर रही है जो लोग सड़कों पर रोष प्रदर्शन कर रहे हैंं। वहीं जो लोग भड़काऊ भाषण या सोशल मीडिया पर गलत भड़काने वाले पोस्ट शेयर कर रहें, उन पर भी मामला दर्ज किया जा रहा है।
इस बीच अमृतपाल सिंह के पक्ष में नेशनल हाईवे जाम करने का आह्वान करने वाले गुरदासपुर से अवर पंजाब फेडरेशन के अध्यक्ष इंदरपाल सिंह बैंस को पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर लिया। इंदरपाल सिंह के घर के बाहर पुलिस तैनात है।
इसी तरह जिला लुधियाना के कस्बा समराला में खन्ना पुलिस ने अमृतपाल सिंह के चार साथियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी सोमवार को अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस के कार्रवाई करने परप्रदर्शन करने और सड़क जाम करने के लिए लोगों को भड़का रहे थे।
लुधियाना में ये 4 साथी गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर भी ये लोग गलत सूचना शेयर कर रहे थे, ताकि माहौल खराब हो। लेकिन समय रहते पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गांव मानुपुर निवासी ईश्वर सिंह, गांव उटाला निवासी गुरप्रीत सिंह, गांव भगवानपुरा निवासी सुखविंदर सिंह व गांव रनवा निवासी जगतार सिंह के रूप में हुई है।
चारों आरोपियों को भेजा जेल
खन्ना की SSP अमनीत कौंडल ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली कि ये 4 आरोपी लोगों को पुलिस के खिलाफ भड़का रहे हैं। वह लोगों को खन्ना में राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए मजबूर कर रहे थे। पुलिस हरकत में आई और चारों आरोपियों को सीआरपीसी की धारा 107 और 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
फर्जी खबरें फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
SSP कौंडल ने कहा कि खन्ना में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को पुलिस बख्शेगी नहीं। पुलिस सोशल नेटवर्किंग साइटों पर पोस्ट पर कड़ी नजर रख रही है। पुलिस उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो फर्जी खबरें फैलाएगा या लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के लिए उकसाने की कोशिश करेगा। पुलिस ने खन्ना में समाज के विभिन्न वर्गों के नेताओं के साथ बैठक की। साथ ही फ्लैग मार्च भी निकाले।